"अभिप्रेरित अनुसंधान हेतु विज्ञान उपलब्धियों में नवोन्मेष (इंस्पायर)"विज्ञान संबंधी प्रतिभा आकर्षणार्थ विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा प्रायोजित और प्रबंधित एक नवोन्मेषी कार्यक्रम है।
विजन: - विज्ञान और प्रौद्योगिकी प्रणालीके सुदृढीकरण और देश के अनुसंधान और विकास प्राधार एवंविस्तार हेतु महत्वपूर्ण मानव संसाधन पूल का निर्माण करना।
लक्ष्य: -कैरियर के रूप में अनुसंधान का विकल्प चुनने हेतु युवा प्रतिभा को आकर्षित करना। इंस्पायर योजना की उल्लेखनीय विशेषता यह है कि यह किसी भी स्तर पर प्रतिभा अभिज्ञान हेतु कोई प्रतियोगी परीक्षा आयोजित नहीं करता है। यह प्रतिभा की पहचान हेतु विद्यमान शैक्षिक संरचना की प्रभावकारिता पर भरोसा करता है।
प्रसार: - स्कूल से कॉलेज और विश्वविद्यालय स्तर तक विज्ञान का अध्ययन करने और वैज्ञानिक अनुसंधान को कैरियर के रूप में अपनाने में रुचि रखने वाले समस्त मेधावी युवाओं को समावेशित करता है। यह छात्रवृत्ति और अध्येतावृत्ति, मानव संसाधन के अनुसंधान एक्सपोजरप्रशिक्षण सहित मानव क्षमता निर्माण की सक्षम गतिविधियों को सम्पन्न करता है।
उद्देश्य: -'अभिप्रेरित अनुसंधान हेतु विज्ञान खोज में नवोन्मेष (इंस्पायर)' योजना का मूल उद्देश्य युवाओं को विज्ञानअनुशीलन विषयक स्वप्रेरण से अवगत करवाना है। इंस्पायर,कॉलेज और विश्वविद्यालय स्तर पर बुनियादी और प्राकृतिक विज्ञान का अध्ययन करने वाले और इंजीनियरिंग, चिकित्सा, कृषि और पशु चिकित्सा विज्ञान सहित आधारभूत और अनुप्रयुक्त विज्ञान क्षेत्रों में अनुसंधान करियर अपनाने हेतु प्रतिभावान युवा छात्रों को आकर्षित और पोषित करता है। यह निम्नलिखित घटकों के माध्यम से सुनिश्चित किया जाता है:-
- इंस्पायर प्रशिक्षुतावृत्ति का लक्ष्य ग्रीष्मकाल या शीतकाल के दौरान विज्ञान कैम्प का आयोजन करके कक्षा X स्तर के शीर्ष 1% छात्रों को विज्ञान की दुनिया से परिचित कराना और उन्हें वैज्ञानिक उपलब्धियों के आनन्द का अनुभव करने के लिए नोबल पुरस्कार विजेताओं सहित भारत और विदेश की प्रसिद्ध वैज्ञानिक हस्तियों के साथ परिचर्चा का अवसर प्रदान करना है। इन विज्ञान कैम्पों से विज्ञान के प्रति छात्रों की जिज्ञासा का पोषण होता है, उन्हें लीक से हट कर सोचने में सहायता मिलती है और 16-17 वर्ष की आयु से ही छात्रों को आगे के अध्ययन में विज्ञान विषयों को चुनने के लिए आकर्षित किया जाता है।
- इंस्पायर स्कीम के उच्चतर शिक्षा छात्रवृत्ति (शी) घटक का लक्ष्य मेधावी छात्रों को आकर्षक छात्रवृत्ति और मेन्टरशिप अवसरों के जरिए स्नातक स्तर में मूलभूत एवं प्राकृतिक विज्ञान के अध्ययन हेतु प्रोत्साहित करना है। शी, के अंतर्गत प्रति वर्ष 17–22 वर्ष की आयु के मेधावी छात्रों को 12,000 छात्रवृत्तियॉंप्रदान की जाती हैं।
- इंस्पायर अध्येतावृत्ति घटक में 22-27 वर्ष की आयु के प्रतिभावान छात्रों को अभियांत्रिकी, चिकित्सा, कृषि तथा पशु चिकित्सा विज्ञान सहित मूलभूत एवं अनुप्रयुक्त विज्ञान में पीएच.डी. के अनुशीलन हेतु प्रति वर्ष 1000 अध्येतावृत्तियों की पेशकश की जाती है।
- इंस्पायर संकाय अध्येतावृत्ति घटक मेंस्वयं को स्वतंत्र अनुसंधानकर्ता के रूप में स्थापित करने के लिए प्रति वर्ष 27-32 वर्ष के आयु समूह मेंपीएच.डी. अर्हता वाले 100 व्यक्तियों को 5 वर्ष के लिए अभियांत्रिकी, चिकित्सा, कृषि और पशु चिकित्सा विज्ञान सहित मूलभूत और व्यावहारिक दोनों विज्ञान क्षेत्रों में पोस्ट-डॉक्टरल अनुसंधान करने के अवसर प्रदान किए जाते हैं। इसमें 5 वर्ष की अवधि के लिए आकर्षक अध्येतावृत्ति प्रदान की जाती है।
इंस्पायर घटक विवरण:
योजना घटक | लक्षित समूह | लक्ष्य आयु समूह | लक्ष्य संख्या | लक्ष्य |
इंस्पायर इंटर्नशिप | कक्षा 10 वीं बोर्ड में शीर्ष 1% छात्र | 16-17 वर्ष | 50,000 | विशेषज्ञों द्वारा व्याख्यान, नवोनमेषी प्रयोगों आदि के माध्यम से 5 दिवसीय शिविर में छात्रों को रचनात्मक विज्ञान की सफलताओं से अवगत कराना। |
उच्च शिक्षा हेतु लिए छात्रवृत्ति (शी) | बारहवीं कक्षा के बोर्ड में शीर्ष 1% छात्र + आईआईटी-जेईई + अन्य राष्ट्रीय परीक्षाओं में शीर्ष 10000 छात्र | 17-22 वर्ष | 12,000 | मेधावी छात्रों को छात्रवृत्ति (60,000 रुपये प्रति वर्ष) और मेंटरशिप अनुदान (20,000 रुपये प्रति वर्ष) प्रदान करके बी. एस.सी और एम. एससी (बुनियादी और प्राकृतिक विज्ञान) के अध्ययन हेतु प्रोत्साहित करना। |
इंस्पायरफैलोशिप | इंस्पायर-शीस्कॉलर्सकेलिए एमएससीमें 70% अंक + एमएससीटॉपर्स(न्यूनतम 70% अंकके साथ) | 22-27 वर्ष | 1000 | छात्रोंकोविज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, चिकित्सा, कृषि, फार्मेसीऔरपशु चिकित्साविज्ञान के क्षेत्रों में पीएचडी करने के लिए प्रोत्साहित करना । |
इंस्पायरसंकाय फैलोशिप | पीएचडी | 27-32 वर्ष | 100 | (पीएचडी/डिग्री धारी) युवाशोधकर्ताओं को विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, चिकित्सा, कृषि, फार्मेसी और पशुचिकित्सा विज्ञान के क्षेत्रों में अनुसंधान जारी रखने के लिए प्रोत्साहित करना। |
इंस्पायर योजना कार्यान्वयन:
इंस्पायर योजना का कार्यान्वयन इंस्पायर वेब पोर्टल के माध्यम से एक पूरी तरह से स्वचालित प्रक्रिया है। इंस्पायर वेब पोर्टल के लिए लिंक है:https://www.online-inspire.gov.in
उपरोक्त इंस्पायर घटकों के तहत केवल ऑनलाइन मोड में विशिष्ट कॉल घोषणाओं के बाद प्राप्त आवेदन पर विचार किया जाता हैं। इंस्पायर घटक के तहत विज्ञापन, पात्रता मानदंड, आवेदन कैसे करें, आवेदन के साथ आवश्यक दस्तावेज, ऑनलाइन आवेदन भरने के निर्देश आदि को शामिल करता है। इंस्पायर वेब-पोर्टल पर घटक-वार विस्तृत जानकारी उपलब्ध कराई गई है जिसमें दिशानिर्देश, प्रारूप और अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (एफएक्यू) शामिल हैं।
पूर्वोत्तर और जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के छात्रों के लिए अनुसंधान अनावरण (एक्सपोजर) प्रशिक्षण कार्यक्रम:
पूर्वोत्तर राज्यों और जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के केंद्र शासित प्रदेशों में विभिन्न विज्ञान और प्रौद्योगिकी विषयों में स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमोंमें अध्ययनरत छात्रों के बीच अनुसंधान संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए, विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग (डीएसटी) की "प्रेरित अनुसंधान के लिए विज्ञान खोज में नवाचार (इंस्पायर)" योजना के तहत विशेष पहल की गई है। यह समय की मांग है कि इन प्रतिभाशाली युवाओं के साथ स्नातकोत्तर स्तर पर बातचीत की जाए और उनमें वैज्ञानिक अनुसंधान और विकास में करियर बनाने के लिए एवं अनुसंधान की संस्कृति को बढ़ावा दिया जाए। यह गतिविधि वर्ष 2022 में शुरू की गई है।
"पूर्वोत्तर राज्यों तथा जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के केंद्र शासित प्रदेशों के छात्रों के लिए अनुसंधान प्रदर्शन सह प्रशिक्षण कार्यक्रम" अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नागालैंड, सिक्किम, त्रिपुरा (पूर्वोत्तर राज्य), जम्मू और कश्मीर और लद्दाख के प्रतिभाशाली युवाओं को विज्ञान प्रौद्योगिकी और नवाचार के अग्रणी क्षेत्रों में अनुसंधान कैरियर बनाने के लिए प्रशिक्षण प्रदान करने पर केंद्रित है।
नई और विशेष पहल होने के नाते, इसे पहले चरण में प्रारम्भिक स्तर पर लागू किया जा रहा है। कार्यक्रम का ब्यौरा इंस्पायर वेब पोर्टल पर उपलब्ध है जिसमें परियोजना प्रस्ताव आदि प्रस्तुत करने के लिए दिशा-निर्देश और प्रारूप शामिल हैं। (https://www.online-inspire.gov.in)
इंस्पायर प्रभाग टीम
क्रम सं. | अधिकारी का नाम | पदनाम | फोन नंबर | कार्यालय | ईमेल |
1. | सुश्री नमिता गुप्ता | सलाहकार/वैज्ञानिक-जी और प्रमुख | 011-26590371 | 110 प्रथम तल, नई इमारत | namita[at]nic[dot]in |
2. | डॉ. उमेश कुमार शर्मा | वैज्ञानिक-एफ | 011-26590 680 | 118 प्रथम तल, नई इमारत | uk[dot]sharma[at]nic[dot]in |
3. | डॉ. बिपिन जोशी | वैज्ञानिक-एफ | 011-26590214 | 109 प्रथम तल, नई इमारत | bipin[dot]joshi[at]nic[dot]in |
4. | डॉ.डी. वी. फणी कुमार | वैज्ञानिक-डी | 011-26590 636 | 119 प्रथम तल, नई इमारत | phani[dot]dv[at]gov[dot]in |
5. | डॉ. सुचेता डी. मोंडल | वैज्ञानिक-डी | 011-26590221 | 112 प्रथम तल, नई इमारत | sucheta[dot]mondal[at]gov[dot]in |
6. | डॉ. तमन्ना अरोड़ा | वैज्ञानिक-सी | 011-26590274 | 114 , प्रथम तल, नई इमारत | tamanna[dot]arora[at]gov[dot]in |
7. | डॉ.एस. एमबाबू | वैज्ञानिक-सी | 011-26590268 | 121 प्रथम तल, नई इमारत | sm[dot]babu[at]gov[dot]in |
8. | डॉ. रुक्मणी अरुणाचलम | वैज्ञानिक-बी | 011-26590488 | 122 प्रथम तल नई बिल्डिंग | ruckmani[dot]a[at]nic[dot]in |
9. | श्री सुनीत मिंज | वैज्ञानिक-बी | 011-26590417 | 128 प्रथम तल नई बिल्डिंग | sunit[at]nic[dot]in |
10. | श्री मनीष कुमार | जेटीए | 011-26590305 | कमरा सं. 5 पुरानी कैन्टीन के सामने | manish[dot]kr89[at]nic[dot]in |
11. | श्री नागेश कुमार | जेटीए | 011-26590494 | कमरा सं. 5 पुरानी कैन्टीन के सामने | nagesh[dot]kumar[at]nic[dot]in |
इंसपायर-मानक
विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग (डीएसटी), अपने प्रमुख कार्यक्रम इनोवेशन इन साइंस परस्यूट फॉर इंस्पायर रिसर्च (इंसपायर) के तहत इंस्पायर मानक (मिलियन माइंड्स ऑग्मेंटिंग नेशनल एस्पिरेशन एंड नॉलेज) स्कीम को कार्यान्वित कर रहा है। मानक एक अनूठी पहल है, जो कम आयुवर्ग के प्रतिभाशाली स्कूली छात्रों को विज्ञान का अध्ययन करने और उनमें नवोन्मेष प्रवृत्ति को बढ़ावा देने के अलावा अनुसंधान करियर संवर्धन हेतु आकर्षित करती है। यह योजना 10-15 वर्ष के आयु वर्ग के स्कूली बच्चों और कक्षा 6-10 में पढ़ने वाले बच्चों के लिए है। इंसपायर-मानक योजना हर वर्ष देशभर में पाँच (05) लाख से अधिक माध्यमिक और उच्च विद्यालयों से दस (10.0) लाख अवधारणाओं को लक्षित करती है। इनमें से एक लाख अवधारणाएं 10,000/- रुपये प्रति अवधारणाइंस्पायर पुरस्कार की पात्रता के लिए लक्षित है।
देशभर के सभी माध्यमिक और उच्च विद्यालय इस योजना में भाग लेने के पात्र हैं और प्रत्येक वित्तीय वर्ष में ऑनलाइन मोड के माध्यम से 5 छात्रों को नामांकित कर सकते हैं। नामांकन प्रस्तुतीकरण के समय विद्यालयों से अनुरोध किया जाता है कि वे छात्रों द्वारा बनाई जाने वाली परियोजना की संक्षिप्त अवधारणा सहित सभी संगत विवरण दें।छात्रों द्वारा व्यक्त अवधारणाओं के आधार पर प्राप्त ऑनलाइन नामांकनों की जांच की जाती है और चयनित छात्र जिला, राज्य और राष्ट्रीय स्तर की प्रदर्शनियों और प्रतियोगिताओं में भाग लेते हैं। राष्ट्रीय स्तर की प्रदर्शनी और प्रतियोगिता (एनएलईपीसी) के प्रतिभागियों को देश के प्रमुख शैक्षिक और तकनीकी संस्थान द्वारा संरक्षण प्रदान किया जाता है। शीर्ष साठ परियोजनाओं को राष्ट्रीय विजेताओं के रूप में पुरस्कृत किया जाता है। डीएसटी का स्वायत्त संस्थान, राष्ट्रीय नवोन्मेष फाउंडेशन इस योजना के संचालन में भागीदार है।
इंसपायर-मानक टीम
क्रं सं. | अधिकारी का नाम | पदनाम | फोन न. | कार्यालय | ईमेल |
1. | सुश्री नमिता गुप्ता | सलाहकार/ वैज्ञानिक-जी और प्रमुख | 011-26590371 | 110 प्रथम तल,नई बिल्डिंग | namita[at]nic[dot]in |
2. | डॉ.संदीप बंसल | वैज्ञानिक-सी | 011-26590399 | 113 प्रथम तल,नई बिल्डिंग | sandeep[dot]bansal[at]nic[dot]in |
3. | श्री डी राजशेखर | वैज्ञानिक-बी | 011-26590442 | कमरा सं. 5 पुरानी कैन्टीन के सामने | d[dot]rajasekar[at]nic[dot]in |
संपर्क का पता:
विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग (डीएसटी)
प्रौद्योगिकी भवन, न्यू महरौली रोड
नई दिल्ली- 110016