सचिव से मुलाकात

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डॉ. एस. चंद्रशेखर

 सचिव, विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग, भारत सरकार
टेक्नॉलजी  भवन, न्यू महरौली रोड, नई दिल्ली  - 110016

ईमेल : dstsec[at]nic[dot]in, srivaric[at]iict[dot]res[dot]in
www: https://dst.gov.in/

एशियन साइंटिस्ट मैगज़ीन (5जुलाई, 2016) ने भारत के 8 वैज्ञानिकों पर लेख प्रकाशित किया, जिसमें ऐसे चुनिंदा भारतीय वैज्ञानिकों की विशेषताएं बताई गईं जो अंतरिक्ष, जैव चिकित्सा विज्ञान, भेषज आदि क्षेत्र में नवोन्‍मेष कर रहे हैं। डॉ. चंद्रशेखर के साथ-साथ भारत रत्न प्रो. सीएनआर राव, किरण मजूमदार शॉ आदि इनमें शामिल थे ।

  • डॉ. श्रीवारी चंद्रशेखर ने जैविक रसायन विज्ञान के विविध क्षेत्रों, विशेषतः चिराल रसायन विज्ञान और जैविक रूप से सक्रिय प्राकृतिक उत्पादों (स्‍थापत्‍य मिश्रता सहित समुद्री प्राकृतिक उत्पाद) के सकल संश्लेषण में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
  • अभिनव  विलायक माध्यम के रूप में पीईजी के विकास से हरित रसायन शास्त्र के व्‍यवसायियों हेतु पूर्णतः भिन्‍न मंच तैयार हुआ।
  • ऑर्गेनो-कैटेलिसिस और ऑर्गेनो-मेटालिक अभिकर्मकों को शामिल करते हुए सी-सी बंध विरचन प्रतिक्रियाओं हेतु नई पद्धतियों का विकास अत्यधिक उद्धृत किया गया है।
  • विधि विकास और औषध खोज पर भेषज उद्योग के सहयोग से कार्य करने के परिणामस्वरूप आर्थिक रूप से व्यवहार्य विधियों और सीसा यौगिकों का विकास हुआ है।
  • इनके पास 300 प्रकाशन और 7000 से अधिक संदर्भ सहित 22 पेटेंट हैं।
  • डॉ. एस. चंद्रशेखर के कुशल मार्गदर्शन में 80 छात्र पहले ही पीएचडी पुरस्कार प्राप्त कर चुके हैं और 20 छात्र वर्तमान में इनके साथ अपना अनुसंधान कार्य कर रहे हैं।
  • इन्हें 2020 में ए वी रामाराव चेयर से सम्मानित किया गया ।
  • इनके दल को कोवैक्सिन, 2020 में वैक्सीन एडजुवेंट प्रक्रिया, फेविपिरवीर प्रक्रिया और 2014 में मिसोप्रोस्टोल प्रक्रिया के लिए सीएसआईआर टेक्नोलॉजी अवार्ड से सम्मानित किया गया ।
  • इन्हें आईएनएसए से स्वर्ण जयंती स्मृति पदक (रसायन विज्ञान 2020) प्राप्त हुआ ।
  • रसायन विज्ञान में अनुसंधान करने के लिए इनके व्यापक और उत्कृष्ट योगदान पर इन्हें सीआरएसआई रजत पदक से केमिकल रिसर्च सोसाइटी ऑफ इंडिया (सीआरएसआई) द्वारा सम्मानित किया गया है।
  • इन्हें वर्ष 2019 के लिए ऐस्ट्रा जेनेका रिसर्च एंडोमेंट अवार्ड के लिए चुना गया है।
  • इन्हें भौतिक विज्ञान के लिए इन्फोसिस पुरस्कार 2014, रसायन विज्ञान अनुसंधान 2012 में सीएनआर राव राष्ट्रीय पुरस्कार, 2017 में पदार्थ और रसायन विज्ञान में उत्कृष्टता के लिए शास्त्र-सीएनआर राव पुरस्कार, रसायन विज्ञान में गोयल पुरस्कार 2017 और रसायन विज्ञान और प्रौद्योगिकी के लिए वास्विक पुरस्कार 2018 से सम्मानित किया जा चुका है।
  • इन्हें सर सीवी रमन जन्म शताब्दी पुरस्कार 2018 प्राप्‍त हुआ।
  • ये मौलिक उपगमन के साथ अनुप्रयुक्त अनुसंधान में नवोन्मेषों पर कार्य करने हेतु भौतिक विज्ञान में राष्ट्रीय विज्ञान अकादमी-रिलायंस प्लैटिनम जुबली पुरस्कार के प्राप्तिकर्ता हैं।
  • इन्हें कुल प्राकृतिक उत्पाद और औषधीय रसायन संश्लेषण में इनके योगदान के लिए फार्मास्युटिकल साइंसेज -2009 में रैनबैक्सी रिसर्च अवार्ड से सम्मानित किया गया है।
  • ये भारतीय विज्ञान अकादमी, भारतीय राष्ट्रीय विज्ञान अकादमी और राष्ट्रीय विज्ञान अकादमी के सदस्‍य हैं।
  • डॉ श्रीवारी ने उस्मानिया विश्वविद्यालय से स्नातक, निष्‍णात और पीएचडी की डिग्री प्राप्त की, जबकि साइक्लोस्पोरिन के कुल संश्लेषण पर पीएचडी कार्य आईआईसीटी में किया गया था।
  • वह गोएटिंगन में अलेक्जेंडर वॉन हम्बोल्ट फेलो और टेक्सास विश्वविद्यालय में पोस्ट-डॉक्टरेट अध्येता  थे।