केंद्रीय सतर्कता आयोग के निर्देशों के अनुसार, इस वर्ष विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग (डीएसटी) ने 29 अक्टूबर से 3 नवंबर 2018 तक सतर्कता जागरूकता सप्ताह बड़े उत्साह और सक्रिय भागीदारी के साथ मनाया। इस वर्ष की विषय-वस्तु (थीम) - "भ्रष्टाचार मिटायें - एक नया भारत बनाएं" के प्रसार के लिए कई गतिविधियों का आयोजन किया गया।
सप्ताह की शुरुआत में विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग के मुख्य सतर्कता अधिकारी डॉ अखिलेश गुप्ता ने विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग तथा विज्ञान और औद्योगिक अनुसंधान विभाग (डीएसआईआर) के सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को सत्यनिष्ठा की शपथ दिलाई। सतर्कता इकाई ने, पिछले वर्षों की भांति, सभी कर्मचारियों को ई-प्रतिज्ञा पर हस्ताक्षर करने के लिए भी प्रेरित किया।
सप्ताह के दौरान इस वर्ष की थीम पर केन्द्रित विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया गया, जैसे निबंध प्रतियोगिता, स्लोगन लेखन प्रतियोगिता, पक्ष-विपक्ष वाद-विवाद प्रतियोगिता, पोस्टर निर्माण प्रतियोगिता, कहानी रचना प्रतियोगिता आदि। डीएसटी और डीएसआईआर कर्मचारियों के बच्चों के लिए एक चित्रकला प्रतियोगिता भी आयोजित की गई थी। कर्मचारियों और उनके बच्चों ने कार्यक्रमों में उत्साहपूर्वक भाग लिया।
डीएसटी में रोकथाम-सतर्कता पर एक कार्यशाला का भी आयोजन किया गया, जिसमें डीएसटी और डीएसआईआर के अधिकारियों ने भाग लिया।
सप्ताह के अंत में एक मनमोहक समापन समारोह का भी आयोजन किया गया, जिसमें डीएसटी के सचिव और डीएसटी तथा डीएसआईआर के शीर्ष अधिकारी शामिल हुए। समारोह के मुख्य अतिथि, पूर्व कैबिनेट सचिव श्री अजीत के सेठ ने भ्रष्टाचार का मुकाबला करने के विषय पर मुख्य भाषण दिया। समारोह का समापन राष्ट्रगान और पुरस्कार वितरण के साथ हुआ।