राष्ट्रीय एटलस संगठन का इतिहास 1956 से प्रारंभ होता है जब पंडित जवाहरलाल ने इसकी स्थापना के लिए मंजूरी दी थी। भारतीय भूगोल के पुरोधा प्रो. एस.पी.चटर्जी इस संगठन के संस्थापक निदेशक थे। 1978 में इस संगठन का नाम एनएटीएमओ रखा गया – राष्ट्रीय एटलस और विषय वस्तु मानचित्रण संगठन। विशिष्ट विषय के मानचित्रण और भौगोलिक अनुसंधान की व्यापक जिम्मेदारी इस संगठन को दी गई। यह संगठन भारत सरकार के विज्ञान व प्रौद्योगिकी विभाग के अन्तर्गत कार्य करता है। संगठन का मुख्यालय सीजीओ भवन, सॉल्ट लेक (विधान नगर), कोलकाता में स्थित है।
भारत के नाम से लोकप्रिय हिन्दी में पहला राष्ट्रीय एटलस : - राष्ट्रीय एटलस में 26 बहु-रंगी मानचित्र हैं। इसमें 1: 5 मिलियन के पैमाने का उपयोग किया गया है। इसमें देश के व्यापक भौगोलिक और सामाजिक-सांस्कृतिक संरचना को दर्शाया गया है। यह 1957 में प्रकाशित हुआ था और अद्वितीय प्रकाशन के लिए पूरी दुनिया में इसकी सराहना की गई थी। उक्त परियोजना के अतिरिक्त संगठन ने बाहरी एजेंसियों के माध्यम से या स्वयं ही विभिन्न परियोजनाओं को पूरा किया है।
संगठन में लगभग 75 अधिकारी औऱ 387 कर्मचारी, विभिन्न श्रेणियों जैसे विज्ञान, प्रौद्योगिकी और प्रशासन में कार्यरत हैं। इस संगठन में उच्च योग्यता वाले भूगोल विशेषज्ञ बड़ी संख्या में कार्यरत हैं, जो दुनिया में ऐसे संगठनों के सदंर्भ में सबसे अधिक हैं। इस संगठन में योग्य सांख्यिकीविद, भू-गर्भ वैज्ञानिक, चित्रकार और मुद्रण विशेषज्ञ भी कार्यरत हैं।
प्रमुख कार्य
- भारत के राष्ट्रीय एटलस का संकलन।
- राष्ट्रीय एटलस के मानचित्रों को क्षेत्रीय, भाषाओं में तैयार करना।
- पर्यावरण और संबंधित पहलुओं और इनका सामजिक व आर्थिक विकास में प्रभाव जैसे विषय पर हुए शोध अध्ययन के आधार पर विषय-वस्तु आधारित मानचित्रों को तैयार करना।
- केन्द्र सरकार या इसकी कोई अन्य एजेंसी द्वारा एनएटीएमओ को दिए गए किसी अन्य कार्य को पूरा करना।
- मानचित्रण में गति और कार्यकुशलता को बढ़ाने के लिए स्वचालित मानचित्रण प्रणाली की स्थापना।
- डिजिटल मानचित्रण प्रणाली और वर्तमान को मानचित्रों को डिजिटल प्रारूप पर स्कैनिंग और डिजिटलीकरण प्रभागों को पृथक करना।
- भौगोलिक शोध।
- रिमोर्ट सेंसिंग और जीआईएस, डिजिटल इमेज प्रोसेसिंग।
- दृष्टिबाधितों के मानचित्रण का प्रभाग।
- डिजिटल रूप में उन्नयन/परिवर्तन के लिए एनएटीएमओ का क्षमता और अवसंरचना निर्माण
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नियमों के मसौदे पर हितधारकों की टिप्पणियां आमंत्रित
संबंधित पक्षों की जानकारी के लिए विज्ञान व प्रौद्योगिकी विभाग के अधीन कार्यरत राष्ट्रीय एटलस और विषय-वस्तु मानचित्रण संगठन के समूह-ए पदों के लिए भर्ती नियमों का मसौदा यहां संलग्न किया गया है। हितधारक अपनी टिप्पणियां 10.12.2017 तक इस पते पर भेज सकते हैं – एसएमपी प्रभाग, विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग टेक्नोलोजी भवन, नई दिल्ली।
निदेशक, संयुक्त निदेशक, वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी।
भर्ती नियमों के मसौदे पर हितधारकों की टिप्पणियां – एनएटीएमओ
अधिक जानकारी के लिए संपर्क करें :
निदेशक, राष्ट्रीय एटलस और विषय वस्तु मानचित्रण संगठन, भारत सरकार (विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग)
सी.जी.ओ कॉम्पलेक्स, (7वीं मंजिल), डी.एफ. ब्लॉक,
सॉल्ट लेक सिटी, कोलकाता - 700064
फोन: 91-33-23343699, 23346331, 23345006, 23346459.
फैक्स: 91-33-23346460
वेबसाइट: एनएटीएमओ